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"सितारे / मख़दूम मोहिउद्दीन" के अवतरणों में अंतर

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20:52, 30 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
         जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

रात-रात भर जाग-जाग कर
किसको गीत सुनाते हो
चुपचुप रहकर झिलमिल, झिलमिल
किस भाषा में गाते हो ।

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
        जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

रात अँधेरी काली-काली
किस सजधज से आई है ।
मेरा क्या है मैं सौदाई<ref>मोल-तोल करने वाला</ref>
तारों की रुसवाई<ref>बदनामी</ref> है ।

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
        जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

हम जिस नगरी में रहते हैं
वो नगरी क्या देखोगे ।
ग़म जिस बस्ती में बसते हैं
वो बस्ती क्या देखोगे ।

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
        जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

आप तन आसां, राज दुलारे
मैं वहशी तूफ़ान बदोश
मेरी दुनिया जद्ले मुसलसिल<ref>लगातार युद्ध</ref>
आपकी दुनिया सैले ख़मूशी ।

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
        जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

झूमझूम कर गरज-गरज कर
बादल बन कर छाना है ।
धरती के प्यासे होंटों में
अमृत रस बरसाना है ।

        जाओ-जाओ छुप जाओ सितारो
        जाओ-जाओ तुम छुप जाओ ।

शब्दार्थ
<references/>