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"दूज का चाँद / अज्ञेय" के अवतरणों में अंतर
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दूज का चाँद-
मेरे छोटे घर-कुटीर का दिया
तुम्हारे मंदिर के विस्तृत आँगन में
सहमा-सा रख दिया गया ।