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"सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् | सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
− | ज्ञान-ध्यान, शक्ति-श्रम | + | ज्ञान-ध्यान, शक्ति-श्रम, राग-द्वेष, मोह-भ्रम |
− | राग-द्वेष, मोह-भ्रम | + | दाह, दीनता, अहम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् |
− | दाह, दीनता, अहम् | + | |
− | सब कुछ कृष्णार्पणम् | + | |
− | भोग-योग, यम-नियम | + | भोग-योग, यम-नियम, श्रेय, प्रेय, प्रेयतम |
− | श्रेय, प्रेय, प्रेयतम | + | लाभ-हानि, सम-विषम, सब कुछ कृष्णार्पणम् |
− | लाभ-हानि, सम-विषम | + | |
− | सब कुछ कृष्णार्पणम् | + | भव-विभव, अधिक कि कम, शिव-अशिव, शुभाशुभम् |
+ | प्राप्त जो अगम, सुगम, सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
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+ | सत्, असत्, अहम्, इदम्, वृत्ति उच्च या अधम | ||
+ | सुंदरम् असुंदरम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
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+ | व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम, ईति-भीति, त्रास-तम | ||
+ | रोग-शोक, दुःख चरम , सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
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+ | भेद बुद्धि के अलम्, जप-तप आगम-निगम | ||
+ | मंत्र अब यही परम, सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
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+ | पाँव क्यों न जाए थम, मार्ग चल रहा स्वयं | ||
+ | मुक्त, आज मुक्त हम, सब कुछ कृष्णार्पणम् | ||
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21:23, 8 फ़रवरी 2011 का अवतरण
सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम्
ज्ञान-ध्यान, शक्ति-श्रम, राग-द्वेष, मोह-भ्रम
दाह, दीनता, अहम्, सब कुछ कृष्णार्पणम्
भोग-योग, यम-नियम, श्रेय, प्रेय, प्रेयतम
लाभ-हानि, सम-विषम, सब कुछ कृष्णार्पणम्
भव-विभव, अधिक कि कम, शिव-अशिव, शुभाशुभम्
प्राप्त जो अगम, सुगम, सब कुछ कृष्णार्पणम्
सत्, असत्, अहम्, इदम्, वृत्ति उच्च या अधम
सुंदरम् असुंदरम्, सब कुछ कृष्णार्पणम्
व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम, ईति-भीति, त्रास-तम
रोग-शोक, दुःख चरम , सब कुछ कृष्णार्पणम्
भेद बुद्धि के अलम्, जप-तप आगम-निगम
मंत्र अब यही परम, सब कुछ कृष्णार्पणम्
पाँव क्यों न जाए थम, मार्ग चल रहा स्वयं
मुक्त, आज मुक्त हम, सब कुछ कृष्णार्पणम्