भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम् / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 22: पंक्ति 22:
  
 
व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम, ईति-भीति, त्रास-तम
 
व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम, ईति-भीति, त्रास-तम
रोग-शोक, दुःख चरम ‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्
+
रोग-शोक, दुःख चरम‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्
  
 
भेद बुद्धि के अलम्, जप-तप आगम-निगम
 
भेद बुद्धि के अलम्, जप-तप आगम-निगम

21:24, 8 फ़रवरी 2011 का अवतरण


सब कुछ कृष्णार्पणम्, सब कुछ कृष्णार्पणम्

ज्ञान-ध्यान, शक्ति-श्रम, राग-द्वेष, मोह-भ्रम
दाह, दीनता, अहम्‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्

भोग-योग, यम-नियम, श्रेय, प्रेय, प्रेयतम
लाभ-हानि, सम-विषम, सब कुछ कृष्णार्पणम्

भव-विभव, अधिक कि कम, शिव-अशिव, शुभाशुभम्‌
प्राप्त जो अगम, सुगम, सब कुछ कृष्णार्पणम्

सत्‌, असत्‌, अहम्‌, इदम्‌, वृत्ति उच्च या अधम
सुंदरम्‌ असुंदरम्‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्

व्यर्थ जन्म-मृत्यु-क्रम, ईति-भीति, त्रास-तम
रोग-शोक, दुःख चरम‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्

भेद बुद्धि के अलम्, जप-तप आगम-निगम
मंत्र अब यही परम‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्

पाँव क्यों न जाए थम, मार्ग चल रहा स्वयं
मुक्त, आज मुक्त हम‌, सब कुछ कृष्णार्पणम्