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"औरत / सुमन केशरी" के अवतरणों में अंतर

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02:25, 28 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

रेगिस्तान की तपती रेत पर
अपनी चुनरी बिछा
उस पर लोटा भर पानी
और उसी पर रोटियाँ रख कर
हथेली से आँखों को छाया देते हुए
…औरत ने
ऐन सूरज की नाक के नीचे
एक घर बना लिया ।