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"सायलेंट अल्फाबेट्स / कुमार अनुपम" के अवतरणों में अंतर

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04:15, 7 मार्च 2011 के समय का अवतरण

उनके पास
अपनी ध्वनि थी
अपनी बोली थी

फिर भी
गूंगे थे वे

स्वीकार था उन्हें
अपने स्वर का तिरस्कार
इसलिए वे
अँग्रेज़ी के अरण्य में रहते थे