भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"पिता ने कहा-2 / गगन गिल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = गगन गिल |संग्रह=अँधेरे में बुद्ध / गगन गिल }} {{KKCatKavit…)
(कोई अंतर नहीं)

22:05, 13 मार्च 2011 का अवतरण

शोक मत कर
पिता ने कहा

अब शोक ही तेरा पिता है

1990