भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जिस एक काँटे से / गगन गिल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = गगन गिल |संग्रह=अँधेरे में बुद्ध / गगन गिल }} {{KKCatKavit…)
 
(कोई अंतर नहीं)

22:10, 13 मार्च 2011 के समय का अवतरण

जिस एक काँटे से
बचने के लिए
तैरती रही मछली
समुंदर-दर-समुंदर

उसकी देह में छिपा था

1990