भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"सर्वानुमति / विमल कुमार" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विमल कुमार }} {{KKCatKavita}} <poem> सर्वानुमति से सरकार चला…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
02:55, 27 मार्च 2011 के समय का अवतरण
सर्वानुमति से
सरकार चलाने वालों ने कहा
अब सर्वानुमति से ही
की जायेगी किसी की हत्या
सर्वानुमति से ही होगा
अब किसी का बलात्कार
गठबन्धन दौर की
यही राजनीति है