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"वर्षा राग-2 / उदय प्रकाश" के अवतरणों में अंतर
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मैना डर कर फुर्र हो गई, बिजली तड़की | मैना डर कर फुर्र हो गई, बिजली तड़की |
18:34, 31 मार्च 2011 के समय का अवतरण
मैना डर कर फुर्र हो गई, बिजली तड़की
छींके के सपने में खोई पूसी भड़की
कैसी हलचल आसमान ने मचा रखी है
कल-परसों से नहीं किसी ने धूप चखी है
घड़ों-घड़ों पानी औटाओ, मूसलधार गिराओ
लेकिन सब चुपचाप करो, चिड़ियों को नहीं डराओ!