भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"घाटी में चांद / शीन काफ़ निज़ाम" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
 
पंक्ति 3: पंक्ति 3:
 
|रचनाकार=शीन काफ़ निज़ाम
 
|रचनाकार=शीन काफ़ निज़ाम
 
|संग्रह=सायों के साए में / शीन काफ़ निज़ाम  
 
|संग्रह=सायों के साए में / शीन काफ़ निज़ाम  
}}
+
}}{{KKAnthologyChand}}
 +
{{KKCatKavita}}
 
{{KKCatNazm}}‎
 
{{KKCatNazm}}‎
 
<poem>
 
<poem>

23:32, 1 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

पहाड़ की बुलन्दी पर
खड़ा है
चाँद
मरकूज़ होकर
ठहरे घाटी के पानी में