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"अछूत का इनार-7 / मुसाफ़िर बैठा" के अवतरणों में अंतर

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00:47, 3 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

अब इस इनार के
रोगहर प्रताप की बाबत जब
पुरा मन हलवाइयों को
अपना अहं इनार छोड़
दादी के अछूत इनार में
दलितों के संग संग
अपनी बाल्टी की डोर
उतारनी खींचनी पड़ती होगी
तो इससे बंधकर आए जल का आस्वाद
कितना अलग अलग होता होगा
दादी जैसों के लिए
और उन पानी पानी हुए
हलवाइयों के लिए