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"चाँदमारी / दिनेश कुमार शुक्ल" के अवतरणों में अंतर

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आज दिन भर सूरज
 
आज दिन भर सूरज

02:11, 5 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

आज दिन भर सूरज
तकली पर धागों सी
किरनें काता किया

हवा
अपने तरकश के
पुरवाये-पछुवाये
तीर
फेंकती रही

आदमी के सीने-सी
एक दीवार ने
खूब लोहा पिया
खूब सीसा पिया

आज
यहाँ जम करके
चाँदमारी हुई