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मेरी पत्नी बोली ‘म्याऊँ’ / विमल कुमार
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21:32, 16 अप्रैल 2011
<poem>
वह मेरी खिड़की के सामने
धीरे से बोली--
‘म्याऊं’
‘म्याऊँ’
मैं उस समय सोया हुआ था
मुझे लगा मेरी नींद में
अनिल जनविजय
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