भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कविता / सुरेश सेन निशांत" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेश सेन निशांत }} {{KKCatKavita}} <poem> कविता वहीं से करत…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:44, 18 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
कविता वहीं से करती है
हमारे संग सफ़र शुरू
जहाँ से लौट जाते हैं
बचपन के अभिन्न दोस्त
अपनी-अपनी दुनिया में
जहाँ से माँ करती है हमें
दूर देश के लिए विदा
जिस मोड़ पर
अपनी उँगली छुड़ाकर
अकेले चलने के लिए
कहते हैं पिता
ठीक वहीं से करती है
हमारे संग कविता
अपना सफ़र शुरू