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तुम ही हो  माता पिता तुम्ही हो
 
तुम ही हो  माता पिता तुम्ही हो
  

01:00, 19 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण

तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो

तुम ही बंधू , सखा तुम्ही हो


तुम्ही हो साथी तुम ही सहारे

कोई न अपना सिवाए तुम्हारे


तुम्ही हो नैया तुम्ही खिवैया

तुम ही हो बंधू सखा तुम्ही हो ...


जो खिल सके न वो फूल हम हैं

तुम्हारे चरणों की धुल हम हैं


दया की दृष्टि सदा ही रखना

तुम ही हो बंधू सखा तुम ही हो...