भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"भाषा / महेश वर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=महेश वर्मा |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> मैं सपनी धूल हटाता…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
12:55, 6 मई 2011 के समय का अवतरण
मैं सपनी धूल हटाता हूँ
कि देखो वहाँ पड़े हुए हैं कुछ शब्द ।
मेरे होने की संकेत-लिपि से बेहतर,
विकसित भाषा के शब्द ये--
शायद इनसे लिखा जा सके निःशब्द ।