भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"यह मायानगरी है किसकी / कुमार रवींद्र" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= कुमार रवींद्र |संग्रह=और...हमने सन्धियाँ कीं / क…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:13, 22 मई 2011 के समय का अवतरण
सुनो महाशय !
पता आपको
यह मायानगरी है किसकी
जो भी आता यहाँ
वही बौना हो जाता
रह जाता है नहीं
किसी से उसका नाता
ऊँची जो मीनार
बनी कल
उसकी नींव अभी से खिसकी
आसमान से
उतर रहा जो उड़नखटोला
लौटा लेकर सिंधु-पार से
नूतन चोला
अँधों की
जायदाद हुई यह
बतलाओ तो किस वारिस की
हुए अपाहिज
जो थे पहले अच्छे-खासे
प्रश्नों से सब जूझ रहे हैं
हैं वे प्यासे
पतितपावनी
नदी जहाँ थी
अब तो झील वहाँ है विष की