"सोने की चिड़िया और प्रवासी पक्षी / राकेश प्रियदर्शी" के अवतरणों में अंतर
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सोने की चिड़िया कहे जानेवाले देश में | सोने की चिड़िया कहे जानेवाले देश में | ||
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सफेद बगुलों ने आश्वासनों के इन्द्रधनुषी | सफेद बगुलों ने आश्वासनों के इन्द्रधनुषी | ||
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सपने दिखाकर निरीह मेमनों की आंखें | सपने दिखाकर निरीह मेमनों की आंखें | ||
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फोड़ डाली हैं | फोड़ डाली हैं | ||
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मेमने दाना-पानी की जुगाड़ में व्यस्त हैं. | मेमने दाना-पानी की जुगाड़ में व्यस्त हैं. | ||
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सफेद बगुले आलीशान पंचतारा होटलों | सफेद बगुले आलीशान पंचतारा होटलों | ||
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में आजादी का जश्न मना रहे हैं | में आजादी का जश्न मना रहे हैं | ||
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प्रवासी पक्षियों के समूह सोने की चिड़िया | प्रवासी पक्षियों के समूह सोने की चिड़िया | ||
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कहे जाने वाले देश के वृक्षों पर अपने घोंसले | कहे जाने वाले देश के वृक्षों पर अपने घोंसले | ||
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बना रहे हैं और देशी चिड़ियों के समूह | बना रहे हैं और देशी चिड़ियों के समूह | ||
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खाली वृक्ष की तलाश में भटक रहे हैं | खाली वृक्ष की तलाश में भटक रहे हैं | ||
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कुछेक साल देशी चिड़िया को लगातार सौंदर्य | कुछेक साल देशी चिड़िया को लगातार सौंदर्य | ||
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का ताज पहनाया गया और प्रवासी पक्षी | का ताज पहनाया गया और प्रवासी पक्षी | ||
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अपना स्थान बनाने की खुशी में गीत गुनगुना रहे हैं | अपना स्थान बनाने की खुशी में गीत गुनगुना रहे हैं | ||
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वृक्ष पर बैठे प्रवासी पक्षियों की बीट से | वृक्ष पर बैठे प्रवासी पक्षियों की बीट से | ||
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पुण्य भूमि पर पाश्चात्य गंदगी फैल रही है | पुण्य भूमि पर पाश्चात्य गंदगी फैल रही है | ||
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विश्व गुरु कहे जानेवाले देश में गुरु पीटे जा रहे हैं | विश्व गुरु कहे जानेवाले देश में गुरु पीटे जा रहे हैं | ||
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और चेले प्रेमिकाओं संग व्यस्त हैं | और चेले प्रेमिकाओं संग व्यस्त हैं | ||
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शिक्षा व्यवस्था का बोझ गदहों की पीठ पर | शिक्षा व्यवस्था का बोझ गदहों की पीठ पर | ||
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लाद दिया गया है | लाद दिया गया है | ||
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अपने निहित स्वार्थ के लिए सफेद | अपने निहित स्वार्थ के लिए सफेद | ||
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बगुले लगातार देश को बांटने की साजिश में लगे हैं | बगुले लगातार देश को बांटने की साजिश में लगे हैं | ||
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देश जितना बंटेगा कुर्सियां उतनी ही सुरक्षित होंगी | देश जितना बंटेगा कुर्सियां उतनी ही सुरक्षित होंगी | ||
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महाभारत आज भी जारी है | महाभारत आज भी जारी है | ||
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भूखे-नंगे लोग युद्ध क्या करेंगे, मारे जा रहे हैं | भूखे-नंगे लोग युद्ध क्या करेंगे, मारे जा रहे हैं | ||
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बिसात आज भी बिछी है | बिसात आज भी बिछी है | ||
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द्युत खेला जा रहा है ‘कौन बनेगा करोड़पति’ | द्युत खेला जा रहा है ‘कौन बनेगा करोड़पति’ | ||
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जैसे टीवी सीरियल देखकर बच्चे ही नहीं, | जैसे टीवी सीरियल देखकर बच्चे ही नहीं, | ||
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तथाकथित बुद्धिजीवी भी फोन डायल कर रहे हैं | तथाकथित बुद्धिजीवी भी फोन डायल कर रहे हैं | ||
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हवा में तैर रहा है बिना परिश्रम के | हवा में तैर रहा है बिना परिश्रम के | ||
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करोड़पति बनने का सवाल - | करोड़पति बनने का सवाल - | ||
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प्रवासी पक्षी अगली सदी तक कितने अण्डे देंगे?</poem> | प्रवासी पक्षी अगली सदी तक कितने अण्डे देंगे?</poem> |
20:00, 24 मई 2011 के समय का अवतरण
सोने की चिड़िया कहे जानेवाले देश में
सफेद बगुलों ने आश्वासनों के इन्द्रधनुषी
सपने दिखाकर निरीह मेमनों की आंखें
फोड़ डाली हैं
मेमने दाना-पानी की जुगाड़ में व्यस्त हैं.
सफेद बगुले आलीशान पंचतारा होटलों
में आजादी का जश्न मना रहे हैं
प्रवासी पक्षियों के समूह सोने की चिड़िया
कहे जाने वाले देश के वृक्षों पर अपने घोंसले
बना रहे हैं और देशी चिड़ियों के समूह
खाली वृक्ष की तलाश में भटक रहे हैं
कुछेक साल देशी चिड़िया को लगातार सौंदर्य
का ताज पहनाया गया और प्रवासी पक्षी
अपना स्थान बनाने की खुशी में गीत गुनगुना रहे हैं
वृक्ष पर बैठे प्रवासी पक्षियों की बीट से
पुण्य भूमि पर पाश्चात्य गंदगी फैल रही है
विश्व गुरु कहे जानेवाले देश में गुरु पीटे जा रहे हैं
और चेले प्रेमिकाओं संग व्यस्त हैं
शिक्षा व्यवस्था का बोझ गदहों की पीठ पर
लाद दिया गया है
अपने निहित स्वार्थ के लिए सफेद
बगुले लगातार देश को बांटने की साजिश में लगे हैं
देश जितना बंटेगा कुर्सियां उतनी ही सुरक्षित होंगी
महाभारत आज भी जारी है
भूखे-नंगे लोग युद्ध क्या करेंगे, मारे जा रहे हैं
बिसात आज भी बिछी है
द्युत खेला जा रहा है ‘कौन बनेगा करोड़पति’
जैसे टीवी सीरियल देखकर बच्चे ही नहीं,
तथाकथित बुद्धिजीवी भी फोन डायल कर रहे हैं
हवा में तैर रहा है बिना परिश्रम के
करोड़पति बनने का सवाल -
प्रवासी पक्षी अगली सदी तक कितने अण्डे देंगे?