गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सदस्य:शेखर तिवारी "क्रान्ति"
12 bytes added
,
08:13, 25 जून 2011
भावभिनी श्रधांजलि देखा
<poem>
समर्पित ज्येष्ठ पिताश्री-
"स्व राजवल्लभ तिवारी"
तुझमें जो भावना जगी ।
प्रियवर तेरे अश्कवार आँखों में,
मैंने भावभिनी श्रधांजलि देखा।
</poem>
शेखर तिवारी "क्रान्ति"
शेखर तिवारी "क्रान्ति"
3
edits
इस पृष्ठ को बेहतर बनाने में मदद करें!
लॉग इन करें
साइन अप करें