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"बच्चे-2 / अच्युतानंद मिश्र" के अवतरणों में अंतर
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अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अच्युतानंद मिश्र |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> सड़क पर चल…) |
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20:24, 4 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
सड़क पर चलते हुए एक बच्चे ने घुमाकर
एक घर की तरफ़ पत्थर फेंका
एक घर की खिड़की का शीशा टूट गया
पुलिस की बेरहम पिटाई के बाद बच्चे ने क़बूल किया
वह बेहद शर्मिंदा है कि उसका निशाना चूक गया