भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बाढ़-1 / अच्युतानंद मिश्र" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अच्युतानंद मिश्र |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} <poem> हर तरफ अथा…)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:45, 4 जुलाई 2011 के समय का अवतरण

हर तरफ अथाह जल
जैसे डूब जाएगा आसमान
यही दिखाता है टी०वी०
एक डूबे हुए गाँव का चित्र
दिखाने से पहले
बजाता है एक भड़कीली धुन
और धीरे-धीरे डूबता है गाँव
और तेज़ बजती है धुन ...

एक दस बरस का अधनंगा बच्चा
कुपोषित कई दिनों से रोता हुआ
दिखता है टी०वी० पर
बच्चा डकरते हुए कहता है--
भूखा हूँ पाँच दिन से
कैमरामैन शूट करने का मौक़ा नहीं गँवाता
बच्चा, भूखा बच्चा
कई दिन का भूखा बच्चा
क़ैद है कैमरे में ...

टी०वी० पर फैलती है तेज़ रोशनी
बदलता है दृश्य
डूबता हुआ गाँव डूबता जाता है
बच्चा, भूखा बच्चा

हर तरफ़ है अथाह जल
हर तरफ़ है अथाह रौशनी ...