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"हमसे यह बीच का पर्दा भी हटाया न गया / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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दर्द वह दिल को मिला, उम्र की हद तक हमसे | दर्द वह दिल को मिला, उम्र की हद तक हमसे | ||
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यों तो खिलने को नये रोज़ ही खिलते हैं गुलाब | यों तो खिलने को नये रोज़ ही खिलते हैं गुलाब | ||
पर ये अंदाज़ किसी और में पाया न गया | पर ये अंदाज़ किसी और में पाया न गया | ||
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01:22, 8 जुलाई 2011 के समय का अवतरण
हमसे यह बीच का पर्दा भी हटाया न गया
उनको बढ़कर कभी सीने से लगाया न गया
इसपे मचले थे कि देखेंगे तड़पना दिल का
उनसे देखा न गया, हमसे दिखाया न गया
कुछ इस तरह थी नज़र, रात, हमारी बेताब
उनसे छिपते न बना, सामने आया न गया
दर्द वह दिल को मिला, उम्र की हद तक हमसे
चुप भी रहते न बना, कहके बताया न गया
यों तो खिलने को नये रोज़ ही खिलते हैं गुलाब
पर ये अंदाज़ किसी और में पाया न गया