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"दुख उसने / गगन गिल" के अवतरणों में अंतर
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पीछे छोड़ दिए थे | पीछे छोड़ दिए थे | ||
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भिक्षु की पीड़ा में | भिक्षु की पीड़ा में | ||
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संसार गलता है अब | संसार गलता है अब | ||
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12:48, 21 मई 2012 के समय का अवतरण
दुख उसने
बहुत दिन हुए
पीछे छोड़ दिए थे
भिक्षु की पीड़ा में
संसार गलता है अब