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"मान-मान मान सजन / शिवदीन राम जोशी" के अवतरणों में अंतर
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मान-मान मान सजन,बात मेरी मान रे ! | मान-मान मान सजन,बात मेरी मान रे ! | ||
शिवदीन शरण संत की, करो ना गुमान रे || | शिवदीन शरण संत की, करो ना गुमान रे || | ||
− | वक्त आगया कुराज, राखि रहे संत लाज | | + | वक्त आगया कुराज, राखि रहे संत लाज | |
बिगरे ना काज कोई, करो कछु ज्ञान रे || | बिगरे ना काज कोई, करो कछु ज्ञान रे || | ||
चूक-चूक चूक भई, समय गई सो गई | | चूक-चूक चूक भई, समय गई सो गई | | ||
समय है,रही को राखि, रहे आन बान रे || | समय है,रही को राखि, रहे आन बान रे || | ||
− | छन-छन, छनक रही,उमर ये बीत गई | | + | छन-छन, छनक रही,उमर ये बीत गई | |
बाकी दिन बहार देख, सुखी होय प्राण रे || | बाकी दिन बहार देख, सुखी होय प्राण रे || | ||
संत कहे चेत-चेत,अबभी कर हरी से हेत | | संत कहे चेत-चेत,अबभी कर हरी से हेत | | ||
मन तो है ढलेत, शीघ्र कर तू पिछान रे || | मन तो है ढलेत, शीघ्र कर तू पिछान रे || | ||
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+ | कुराज=कुशासन, छन = क्षण | ||
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20:24, 20 जून 2012 के समय का अवतरण
मान-मान मान सजन,बात मेरी मान रे !
शिवदीन शरण संत की, करो ना गुमान रे ||
वक्त आगया कुराज, राखि रहे संत लाज |
बिगरे ना काज कोई, करो कछु ज्ञान रे ||
चूक-चूक चूक भई, समय गई सो गई |
समय है,रही को राखि, रहे आन बान रे ||
छन-छन, छनक रही,उमर ये बीत गई |
बाकी दिन बहार देख, सुखी होय प्राण रे ||
संत कहे चेत-चेत,अबभी कर हरी से हेत |
मन तो है ढलेत, शीघ्र कर तू पिछान रे ||
कुराज=कुशासन, छन = क्षण