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"फ़िसलना / पाब्लो नेरूदा" के अवतरणों में अंतर
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अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर | अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर |
07:24, 24 अक्टूबर 2007 का अवतरण
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अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर
तो वह कट कर अलग हो जाएगा
अगर किसी दूसरी डगर पर ले जाता है
तुम्हें, तुम्हारा हाथ
तो वह सड़-गल कर बेकार हो जाएगा
अगर तुम अपनी ज़िन्दगी मुझ से ले लेती हो
तो तुम जीते-जी मर जाओगी
फिरती रहोगी मारी-मारी, मेरे बिना
बेजान
- या साये की तरह ।