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"खींचो खींचो / अशोक चक्रधर" के अवतरणों में अंतर

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कैमरा हो हमेशा तुम्हारे पास,<br>
 
कैमरा हो हमेशा तुम्हारे पास,<br>
 
आंखों से ही खींच लो<br>
 
आंखों से ही खींच लो<br>
समंदर की लहरें<br>
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समंदर की लहरें<br>
पेड़ों की पत्तियां<br>
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पेड़ों की पत्तियां<br>
मैदान की घास !<br><br>
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मैदान की घास !<br><br>

20:24, 9 नवम्बर 2007 के समय का अवतरण

कौन कह मरा है कि
कैमरा हो हमेशा तुम्हारे पास,
आंखों से ही खींच लो
समंदर की लहरें
पेड़ों की पत्तियां
मैदान की घास !