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"शिकार / रूपसिंह राजपुरी" के अवतरणों में अंतर

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ऊत, कपूत घणां ई जामयां,
 
ऊत, कपूत घणां ई जामयां,

20:22, 16 अक्टूबर 2013 का अवतरण

बेटा-बेटी मैं फर्क करैं जका,
समझ ल्यो बां रो राम निसरग्यो।
ऊत, कपूत घणां ई जामयां,
घर-घर मैं आंगणियों भरग्यो।
इन्दिरा जेड़ी एक ना जामी,
देखो कित्ताा अरसा गुजरग्यो।
बै जामैं तो कीयां जामैं,
अल्ट्रासाऊण्ड बां रो शिकार करग्यो।