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जागे स्वभाव में थके
 
जागे स्वभाव में थके

03:02, 12 दिसम्बर 2007 के समय का अवतरण

भाव उन्हीं का सबका है,
जो थे अभावमय,
लेकिन अभाव से तपे नहीं,
जागे स्वभाव में थके