भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"नब्बै / प्रमोद कुमार शर्मा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रमोद कुमार शर्मा |संग्रह=कारो / ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
<poem> | <poem> | ||
पणिहारी चाली पिणघट | पणिहारी चाली पिणघट | ||
− | - | + | -लेय'र खाली घड़ो |
बडो-सो धरगै ईडाणी ऊपर | बडो-सो धरगै ईडाणी ऊपर | ||
− | सज- | + | सज-धज'र इण ढाळ सखी |
− | कै | + | कै थम'र ऊभो हूग्यो काळ सखी |
लटालूम बा पीपळ री जड़ | लटालूम बा पीपळ री जड़ |
23:39, 3 जुलाई 2014 का अवतरण
पणिहारी चाली पिणघट
-लेय'र खाली घड़ो
बडो-सो धरगै ईडाणी ऊपर
सज-धज'र इण ढाळ सखी
कै थम'र ऊभो हूग्यो काळ सखी
लटालूम बा पीपळ री जड़
बा कामण री गरबीली कड़
कोयल, मोर अर तोतां रो नाद है
गांव बीं रै होवणै सूं आबाद है
अैड़ी मायड़ भाखा म्हारी
तीन लोक सूं न्यारी
पछै क्यूं जाय'र
-कूवै मांय पड़ो
लेय'र खाली घड़ो।