भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"छियां / रामजी लाल घोड़ेला 'भारती'" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामजी लाल घोड़ेला 'भारती' |अनुवाद...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

15:00, 23 जनवरी 2015 के समय का अवतरण

जका पौधा उगै
बड़ै रुंखा री छियां
कदैई पनपै कोनी
रैयसी बियां रा बियां।