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"कमजोरां नै मार / राजू सारसर ‘राज’" के अवतरणों में अंतर

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17:01, 28 जनवरी 2015 के समय का अवतरण

कितरी’क जेज,
राखसी बचाय’र
कबूतरी आपरा बचिया नैं
निजर चूकतांई
झपट लैसी मिनकी
दापड़ी बैठी है
जीभ पलारती होठां माथै।