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"कदै बणू धरती/कदै अकास / वासु आचार्य" के अवतरणों में अंतर
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13:06, 28 फ़रवरी 2015 के समय का अवतरण
म्हारै आसै पासै
दळदळ है तो
कळझळ भी है
सूल अर कांटा है तो
फूल अर फळ भी है
कैयौ धरती अकास नै
म्हारै आसैपासै
नीं तो हड़बड़ाट है
नीं कीं उच्चाट है
अेक आखूट लाम्बी स्यान्ति
नीं कोई सुवाद
नीं कोई सुपनो
अेक अनोखो-अणदीठ आणन्द
बौल्यौ पाछौ धरती सूं
पडूत्तर मांय अकास
अर अठीनै म्हैं
मौव अर निरमौव रै
मईन जाळै बिचाळै
कदै बणू धरती
कदै अकास