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"मेहां रै पछै / निशान्त" के अवतरणों में अंतर

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पŸाां-फूलां सूं
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पत्तां-फूलां सूं
  
 
खेत भरीजग्या है
 
खेत भरीजग्या है

22:34, 30 अप्रैल 2015 के समय का अवतरण

मेहां रै पछै
रूंख
लदीजग्या है
पत्तां-फूलां सूं

खेत भरीजग्या है
लीली छम फसलां सूं

बै ’वण लाग्यौ है
ठण्डो बायरो

आभै सूं टपकण लाग्यौ है
इमरत-सो

हां ! इस्यै
ठण्डै-मीठै
दिनां वास्तै ई तो
सयौ हो
जेठ रो
तातो तावड़ो

लाय-सी लगांवणौ
बायरो।