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"खुसी / निशान्त" के अवतरणों में अंतर
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सच्चाई खातर
म्हैं अेक कुमाणस स्यूं लड़्यो
ईं मांय म्हनै जित्ती खुसी हुई बित्ती
कई सालां स्यूं
कीं काम कर‘र नीं हुई ही
म्हनै लाग्यो -इस्सी खुसी
सच्चाई री
लड़ाई लड़्यां ई
मिल सकै ।