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हिस्सै पर खेत बा’र
सब्जियां बाजार ले ज्यांवतो
माळी
गाडी मांय औगड़-दौगड़ होयड़ी
टोकरयां नै
कित्तै प्यार स्यूं
सावळ करै हो
म्हनै घणो आछो लाग्यो
इस्या लोग
जीवण नै तपणो कैवै
जद ई तो अै कीं नै ई
मिलती बखत पूछै-
कठै तापो आजकल ?