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"तोहरोॅ घोॅर / अमरेन्द्र" के अवतरणों में अंतर

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गर्मी जेन्है केॅ गेलौ रे
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केहनोॅ तोरोॅ ई घर छौ
देखैं ठंडा ऐलौ रे
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मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।
  
चद्दर-कम्बल बाहर कर
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की सिखलेॅ छैं धंधा तोंय
ई भूतोॅ सें डर-डर-डर
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नाली रखभैं गंदा तोंय
 +
दलदल ऐंगनोॅ-बाहर छौ
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मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।
  
दाँत कराबौ किट-किट-किट
+
साफ-सुफय्यत रहलोॅ कर
बच्चा लेॅ ई नै छौ फिट
+
मसहारी में सुतलोॅ कर
 +
रक्षा लेॅ ई मन्तर छौ
 +
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ
  
गुरुवे जी रङ दै छौ राग
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गंदा तोरोॅ गली-सड़क
बोरसी में कर जल्दी आग
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डी. डी. टी. के दवा छिड़क
 +
यहाँ मलेरिया के डर छौ
 +
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।
  
गाँती बान्हैं, ओढ़ रजाय
 
दलकाबै छौ जाड़ कसाय
 
 
नानी तेॅ बनली छै थिर
 
दादी के कर फिकिर-फिकिर
 
 
सटली रहै छै मोखै सेॅ
 
मरतै दादी धोखै सेॅ ।
 
 
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08:38, 10 जून 2016 के समय का अवतरण

केहनोॅ तोरोॅ ई घर छौ
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।

की सिखलेॅ छैं धंधा तोंय
नाली रखभैं गंदा तोंय
दलदल ऐंगनोॅ-बाहर छौ
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।

साफ-सुफय्यत रहलोॅ कर
मसहारी में सुतलोॅ कर
रक्षा लेॅ ई मन्तर छौ
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।

गंदा तोरोॅ गली-सड़क
डी. डी. टी. के दवा छिड़क
यहाँ मलेरिया के डर छौ
मच्छर छौ भाय, मच्छर छौ ।