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"अनुभूति : एक स्केच / मनप्रसाद सुब्बा" के अवतरणों में अंतर
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छातीभित्र कतानेर | छातीभित्र कतानेर | ||
हलुका कुत्कुती | हलुका कुत्कुती |
14:32, 16 मार्च 2017 के समय का अवतरण
छातीभित्र कतानेर
हलुका कुत्कुती
अनि तरङ्ग
तरङ्ग ... रङ्ग ... ङ्ग ...
छातीको कन्दरामा
ओहो ! ओहो !! हो !!!
ध्वनि .. ध्वनि .. प्रतिध्वनि ...
हलुका टेक्दै
रूखका पात पातमा
एक एक पाइला घामको - -
चाँदी टल्केको दाँतको लहरमा दिन हाँस्छ मिरिरिरी...
आँखा आधा खोलेर
साँझ ढल्किन्छ
सपना र विपनाको दोसाँधमा
अनि साउती गर्छ कानैमा
रातले चुपचाप मुसारिरहन्छ मेरो छाती अनि आङ्