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"गळगचिया (60) / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर

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एक दिन पून्न‘र पाप अचाणचूका ही एक चौरस्तै पर आ मिल्या पून्न साव उघाड़ो हो‘र पाप लँगोट बाँघ राखी ही,
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पाप बोल्यो पून्न तनै नागै फिरतै न थोड़ी घणी ही लाज कोनी आवै केे ? पून्न कयो पाप जकी बगत ही तूँ म्हारै मन में आसी में ही थाँकाळी जिंया ढ़क्यो ढ़ुम्यो रया करस्यूँ ।
 
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16:16, 17 मार्च 2017 के समय का अवतरण

एक दिन पून्न‘र पाप अचाणचूका ही एक चौरस्तै पर आ मिल्या पून्न साव उघाड़ो हो‘र पाप लँगोट बाँघ राखी ही,
पाप बोल्यो पून्न तनै नागै फिरतै न थोड़ी घणी ही लाज कोनी आवै केे ? पून्न कयो पाप जकी बगत ही तूँ म्हारै मन में आसी में ही थाँकाळी जिंया ढ़क्यो ढ़ुम्यो रया करस्यूँ ।