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"मोल! / ॠतुप्रिया" के अवतरणों में अंतर

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पैलीआळा लोग
 
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जाणता
 
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20:29, 3 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

मुसाणां रै कन्नै
दाग स्यूं पैली
परम्परा मुजब
पाणी रौ
घडिय़ो फोड़ै

स्यात
घड़ै रै धडक़ै स्यूं
बावड़ ज्यै सांस

क्यूंकै
पैलीआळा लोग
जाणता
मिनख अर
पाणी रौ मोल।