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"गीत / कुमार मुकुल" के अवतरणों में अंतर
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− | |रचनाकार=कुमार मुकुल
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− | इक सितारा टिमटिमाता रहा सारी रात
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− | वो सुलाता रहा और जगाता रहा
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− | पहलू में कभी, कभी आसमान पर
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− | वह उनींदे की लोरी सुनाता रहा।
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− | इक ...
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− | रूप उसका समझ में क्या आए कभी
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− | रोशनी उसकी पल में आये-जाये कभी
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− | खुशबू उसकी और उसके पैरहन
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− | सपनों से नींद में आता जाता रहा।
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− | इक ...
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− | रंग उसका और उसकी आवाज क्या
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− | लाऊं आखर में मैं उसके अंदाज क्या
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− | रू-ब-रू उसके आंख खुलती नहीं
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− | भोर तक उस पे नजरें टिकाता रहा।
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− | इक ...
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− | पलकों पे शबनम की बूंदें हैं अब
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− | और रंगत फलक की श्वेताभ है
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− | सूर्य आएगा इनको भी ले जाएगा
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− | मानी क्या मैं रोता या गाता रहा।
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− | इक ...
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− | ''{1998- फैज के लिए }''
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09:10, 1 अगस्त 2008 का अवतरण