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"अपना प्याला शराब से भर / नाज़िम हिक़मत" के अवतरणों में अंतर

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बोला, "मैं भूखा मर रहा हूं;
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मेरे पास रोटी ख़रीदने तक को पैसा नहीं,
 
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शराब की तो बात छोड़ो."
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शराब की तो बात छोड़ो"

14:28, 26 जुलाई 2008 के समय का अवतरण

अपना प्याला शराब से भर लो

इस से पहले कि तुम्हारा

प्याला भर उठे ख़ाक से,

"खैय्याम ने कहा


हड्डही नाक और बग़ैर जूतों वाला

आदमी उसे ताका किया

उसके ग़ुलाब बाग़ में;

"सितारों से भी ज़्यादा दुआओं से भरी इस दुनिया में",

वो आदमी

बोला, "मैं भूखा मर रहा हूँ;

मेरे पास रोटी ख़रीदने तक को पैसा नहीं,

शराब की तो बात छोड़ो"