|विविध=फ़िलीस्तीनी प्रतिरोध के महत्वपूर्ण कवि।15 मई 1948 में इज़रायल के बनने के बाद 1949 से 1952 तक अमरीका में शिक्षा प्राप्त की और वहाँ से लौटकर पहले एक इराकी गाँव में एक स्कूल में अध्यापन किया। इसके बाद फ़िलीस्तीनी शरणार्थी शिविरों में बच्चों को पढ़ाया। 1955 से 1963 तक मिस्र की जेलों में और यातना शिविरों में बन्द रहे, जहाँ उन्हें भारी मानसिक और शारीरिक यातनाएँ दी गईं। 1963 में रिहा होने के बाद बेरूत में रहने लगे। फ़िलीस्तीनी मुक्ति संगठन ने उन्हें 1979 में ’क्रान्ति के कवि’ की उपाधि से सम्मानित किया।
|जीवनी=[[मोईन बेस्सिसो / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम= Mouin Beseisso|shorturl=|gadyakosh=|copyright=
}}
* [[प्रतिरोध / मोईन बेस्सिसो]]
* [[बेरूत पीछे छूट गया / मोईन बेस्सिसो]]
* [[तान्या / मोईन बेस्सिसो / अनिल जनविजय]]