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"चल रे कहरबा / उमेश बहादुरपुरी" के अवतरणों में अंतर

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ले चल रे कहरबा हमरा पियवा के देश।
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ले चल रे कहरबा हमरा पियवा के देश
एके गो सपनमा दिलवा कुच्छो न´् शेष।।
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एके गो सपनमा दिलवा कुच्छो नञ् शेष
 
ले चल ....
 
ले चल ....
उनखा से तनी हम तो नजरिया मिलइतूँ हल।
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उनखा से तनी हम तो नजरिया मिलइतूँ हल
उनखा से तनी हम तो बोल बतिऐतूँ हल।
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उनखा से तनी हम तो बोल बतिऐतूँ हल
कोय तो पठा दे हमर पियवा के संदेश।।
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कोय तो पठा दे हमर पियवा के संदेश
 
ले चल ....
 
ले चल ....
देखतूँ हल टुकुर-टुकुर उनखर सुरतिया।
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देखतूँ हल टुकुर-टुकुर उनखर सुरतिया
देखतूँ हल टुकुर-टुकुर मोहनी मुरतिया।
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देखतूँ हल टुकुर-टुकुर मोहनी मुरतिया
ऊ काहे जाके बसला हें आंध्रा परदेस।।
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ऊ काहे जाके बसला हें आंध्रा परदेस
 
ले चल ....
 
ले चल ....
भला ऐसन बेदरदी के कउन समझाबे।
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भला ऐसन बेदरदी के कउन समझाबे
अनकर दरद जेकरा नजर न´् हे आबे।
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अनकर दरद जेकरा नजर नञ् हे आबे
ऊ तो हर पल लगाबे हमर दिलवा में ठेस।।
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ऊ तो हर पल लगाबे हमर दिलवा में ठेस
 
ले चल ....
 
ले चल ....
दिलवा के बतिया हमर दिलवा में रह गेल।
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दिलवा के बतिया हमर दिलवा में रह गेल
कइलक बेदरदी ई हमरा से कउन खेल।
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कइलक बेदरदी ई हमरा से कउन खेल
कहिया देखइतइ बहुरूपिया ऊ अपन भेस।।
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कहिया देखइतइ बहुरूपिया ऊ अपन भेस
 
ले चल ....
 
ले चल ....
  
 
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11:23, 14 मार्च 2019 के समय का अवतरण

ले चल रे कहरबा हमरा पियवा के देश
एके गो सपनमा दिलवा कुच्छो नञ् शेष
ले चल ....
उनखा से तनी हम तो नजरिया मिलइतूँ हल
उनखा से तनी हम तो बोल बतिऐतूँ हल
कोय तो पठा दे हमर पियवा के संदेश
ले चल ....
देखतूँ हल टुकुर-टुकुर उनखर सुरतिया
देखतूँ हल टुकुर-टुकुर मोहनी मुरतिया
ऊ काहे जाके बसला हें आंध्रा परदेस
ले चल ....
भला ऐसन बेदरदी के कउन समझाबे
अनकर दरद जेकरा नजर नञ् हे आबे
ऊ तो हर पल लगाबे हमर दिलवा में ठेस
ले चल ....
दिलवा के बतिया हमर दिलवा में रह गेल
कइलक बेदरदी ई हमरा से कउन खेल
कहिया देखइतइ बहुरूपिया ऊ अपन भेस
ले चल ....