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पितरपख और माँ / सुभाष राय
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16:02, 12 जून 2019
तुम्हीं में सारा अन्न है, तुम्हीं में सारा जल
फिर कैसी भूख, फिर कैसी प्यास
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अनिल जनविजय
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