Changes

एक बात / अली सरदार जाफ़री

57 bytes added, 10:18, 16 जुलाई 2019
आज वह कुछ न सही कल को जवाँ तो होगी
वह जवाँ होके अगर शोलः-ए-जव्वाला <ref>नाचता हुआ शोला</ref> बनीवह जवाँ होके अगर आतिशे-सद-साला<ref>सौ वर्ष साल तक जलने वाली अग्निआग</ref> बनी
ख़ुद ही सोचो कि सितमगारों<ref>अत्याचारी</ref> पे क्या गुज़रेगी
</poem>
{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,965
edits