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रिश्ता /अनामिका
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11:20, 24 जनवरी 2020
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|रचनाकार=अनामिका
|संग्रह=
अनुष्टुप / अनामिका
}}
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स्टूल के राजसिंहासन पर।
मुझसे भी
ज्यादा
ज़्यादा
थकी दीखती थी वह
फिर भी वह हँसी!
उस हँसी का न तर्क था
Kalpdeep
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