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"इन सर्दियोँ में / मंगलेश डबराल" के अवतरणों में अंतर

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पिछली सर्दियाँ बहुत कठिन थीं<br>
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कहाँ कहाँ करता रहा टेलीफोन<br>
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मेरी ही चीज़ें गिरती रही थीं मुझ पर<br><br>
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सोचता हुआ बीत गया है पिछला समय<br>
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ये सर्दियाँ क्यों होगी मेरे लिए पहले जैसी कठोर
 
ये सर्दियाँ क्यों होगी मेरे लिए पहले जैसी कठोर
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15:50, 18 जून 2020 का अवतरण

 
पिछली सर्दियाँ बहुत कठिन थीं
उन्हें याद करने पर मैं सिहरता हूँ इन सर्दियों में भी
हालाँकि इस बार दिन उतने कठोर नहीं

पिछली सर्दियों में चली गई थी मेरी माँ
खो गया था मुझसे एक प्रेमपत्र छूट गई थी एक नौकरी
रातों को पता नहीं कहाँ भटकता रहा
कहाँ कहाँ करता रहा टेलीफ़ोन
पिछली सर्दियों में
मेरी ही चीज़ें गिरती रही थीं मुझ पर

इन सर्दियों में
निकालता हूँ पिछली सर्दियों के कपड़े
कंबल टोपी मोज़े मफ़लर
देखता हूँ उन्हें गौर से
सोचता हुआ बीत गया है पिछला समय
ये सर्दियाँ क्यों होगी मेरे लिए पहले जैसी कठोर