भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"तेरे लिए मेरी प्रिये / ज़ाक प्रेवेर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (तेरे लिए मेरी प्रिये/ ज़ाक प्रेवेर का नाम बदलकर तेरे लिए मेरी प्रिये / ज़ाक प्रेवेर कर दिया गया है)
पंक्ति 26: पंक्ति 26:
 
मगर तुझे पाया नहीं
 
मगर तुझे पाया नहीं
 
मेरी प्रिये।
 
मेरी प्रिये।
</poem>
 
  
 
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
 
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
 +
</poem>

09:08, 16 सितम्बर 2020 का अवतरण


मैं गया पंछी-बाज़ार
और ख़रीदे पंछी मैंने
तेरे लिए
मेरी प्रिये

मैं गया फूल-बाज़ार
और ख़रीदे मैंने फूल
तेरे लिए
मेरी प्रिये

मैं गया लोहा-बाज़ार
और मैंने ख़रीदीं जंज़ीरें
भारी-भारी जंज़ीरें
तेरे लिए
मेरी प्रिये

फिर मैं गया ग़ुलामों के बाज़ार में
और तुझे खोजा
मगर तुझे पाया नहीं
मेरी प्रिये।

मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी