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"बच्चे के जन्म पर / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
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माता रही विचार अंधेरा हरने वाला और हुआ | माता रही विचार अंधेरा हरने वाला और हुआ | ||
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जनता रही पुकार सलामत लाने वाला और हुआ | जनता रही पुकार सलामत लाने वाला और हुआ | ||
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सुन ले री सरकार! कयामत ढाने वाला और हुआ | सुन ले री सरकार! कयामत ढाने वाला और हुआ | ||
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एक हथौड़े वाला घर में और हुआ | एक हथौड़े वाला घर में और हुआ | ||
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23:29, 8 मार्च 2021 के समय का अवतरण
हाथी-सा बलवान, जहाजी हाथों वाला और हुआ
सूरज-सा इंसान, तरेरी आँखों वाला और हुआ
एक हथौड़े वाला घर में और हुआ
माता रही विचार अंधेरा हरने वाला और हुआ
दादा रहे निहार सवेरा करने वाला और हुआ
एक हथौड़े वाला घर में और हुआ
जनता रही पुकार सलामत लाने वाला और हुआ
सुन ले री सरकार! कयामत ढाने वाला और हुआ
एक हथौड़े वाला घर में और हुआ